मुर्गा बना हत्यारा, ले ली ढाई साल के बच्चे की जान
बिहारीगढ़ थाना क्षेत्र के गांव खुशहालीपुर में बुधवार को एक आश्चर्यजनक घटना में ढाई साल के मासूम की जान चली गई। पड़ोसी के घर खेल रहे मासूम को पालतू मुर्गे ने चोंच मारकर लहूलुहान कर दिया। परिजन घायल अवस्था में बच्चे को डॉक्टर के पास ले गए पर बच्चे को बचाया नहीं जा सका। डॉक्टर द्वारा बच्चे को मृत घोषित करते ही हर किसी की आंख से आंसू बह पड़े।
थाना क्षेत्र के गांव खुशहालीपुर में महकार अपनी पत्नी व तीन बच्चों के साथ रहता है। महकार रोज की तरह बुधवार को काम के लिए देहरादून चला गया। घर में महकार की पत्नी व तीन बच्चे थे। दोपहर को दूसरे नंबर का बेटा कालू (ढाई वर्ष) खेलता हुआ पड़ोसी के घर जा पहुंचा।
कुछ देर बाद कालू के जोर से चिल्लाने की आवाज सुनकर बच्चे की मां पहुंची तो देखा पड़ोसी का पालतू मुर्गा बच्चे के सिर पर चोंच से लगातार वार कर रहा था।
मां ने भागकर बच्चे को छुड़ाया। खून से लथपथ बच्चा अब तक बेहोश हो चुका था। अन्य परिजन बच्चे को लेकर छुटमलपुर स्थित अस्पताल पहुंचे, मगर बच्चे को मृत घोषित कर दिया गया। घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी रही।
मुर्गा ले सकता है जान : पशु चिकित्साधिकारी
पशु चिकित्साधिकारी आरबी सिंह ने बताया कि मुर्गा काफी ताकतवर होता है। ढाई वर्ष के बच्चे के अंग नाजुक होते हैं। यह संभव है कि मुर्गा चोंच से प्रहार करके किसी बच्चे की जान ले सके। हो सकता है कि मुर्गे की चोंच सिर के अति नाजुक हिस्से पर लगी हो। हालांकि, मौत की सही वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही सामने आएगी।