*👉🏻 मामला बीती रात थाना प्रभारी भगवंत भुल्लर व उनके गनमैन पर हुए हमले का* *👉🏻 वेस्ट क्षेत्र के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता के खासम खास बताए जा रहे हैं हमलावर-सूत्र, पहले भी एक विवाद के कारण चर्चा में आ चुका है यह कांग्रेसी नेता* *👉🏻 पढ़ें पूरी खबर सिर्फ हैडलाइन एक्सप्रेस पर 👇🏻*
जालंधर, 11 अप्रैल 2021-(एच.ई)-बीती देर रात 1:45 बजे जालंधर वेस्ट क्षेत्र के अंतर्गत पड़ते माता रानी चौक में नाईट ड्यूटी पर निकले थाना भार्गव कैंप के प्रभारी भगवंत सिंह भुल्लर और उनके गनमैन पर चार व्यक्तियों ने हमला कर दिया। जिसमें थाना प्रभारी और गनमैन घायल हो गए।हमलावरों के हौंसले इतने बुलंद थे कि वह गनमैन की ए.के-47 भी छीनने लगे थे लेकिन थाना प्रभारी और गनमैन ने हिम्मत दिखाई और दो हमलावरों (मनप्रीत और कमलदीप) को काबू कर लिया जबकि दो मौके से फरार हो गए। प्राप्त जानकारी के अनुसार बीती देर रात 1:45 बजे थाना भार्गव कैंप के प्रभारी भगवंत सिंह भुल्लर अपने गनमैन के साथ नाईट ड्यूटी दौरान गश्त पर थे। जैसे ही वे मॉडल हाउस नज़दीक स्थित माता रानी चौक पर पहुंचे तो वहां पर चार व्यक्ति खड़े हुए थे। थाना प्रभारी ने उन्हें नाईट कर्फ्यू में बाहर खड़े होने के बारे में पूछा तो चारों थाना प्रभारी के साथ उलझने लग पड़े। उनमें से एक ने खुद को नेवी अफसर बताया और रौब झाड़ना शुरू कर दिया। देखते ही देखते चारों व्यक्ति थाना प्रभारी के साथ भिड़ गए। जिसके बाद थाना प्रभारी और उनके गनमैन ने भी हिम्मत दिखाई और उनमें से दो हमलावरों को काबू कर लिया। इस हमले में थाना प्रभारी के नाक और मुंह पर चोटें आई और उनकी वर्दी भी फट गई। जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया। अस्पताल में एसीपी हरविंदर सिंह भल्ला और वेस्ट क्षेत्र के विधायक सुशील रिंकू थाना प्रभारी का हाल जानने पहुंचे। पुलिस फरार आरोपियों की तलाश कर रही है।
–आरटीआई एक्टिविस्ट के साथ विवाद के कारण चर्चा में आये कांग्रेसी नेता के खासमखास बताए जा रहे हैं हमलावर-सूत्र–
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिन हमलावरों ने थाना प्रभारी व उनके गनमैन पर हमला किया है वह वेस्ट क्षेत्र के एक वरिष्ठ कांग्रेसी नेता के खासमखास बताए जा रहे हैं। यह वही नेता है जो कुछ समय पहले आरटीआई एक्टिविस्ट के साथ विवाद के कारण चर्चा में आया था। अब देखना यह है कि क्या पुलिस अपनी इज्जत बचाने के लिए फरार हमलावरों और पकड़े गए हमलावरों पर कार्रवाई करती है या राजनीतिक दबाव के कारण मामला ठंडे बस्ते में चला जाएगा।
–राजनीतिक दबाव के कारण कम होता जा रहा है वर्दी का रौब,यह समाज के लिये चिंता का विषय–
पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन के अधिकारियों का डर लोगों में कम होता जा रहा है। यह इसलिए हो रहा है क्योंकि पुलिस प्रशासन में राजनीतिक दखलअंदाजी बढ़ने लगी है। कुछ भ्र्ष्ट पुलिस अधिकारी मनचाही पोस्ट पर तैनाती के लिये राजनीतिक आकाओं की चमचागिरी करते रहते है, इसी कारण राजनीतिक लोगों की छत्रछाया में रहने वाले लोग पुलिस अधिकारियों, पुलिसकर्मियों को कुछ नहीं समझते। तभी तो आए दिन किसी ना किसी पुलिसकर्मी के साथ मारपीट या हमले का मामला सामने आ जाता है।