इस पुल के बनने से 200 किलोमीटर की दूरी होगी बस 2 किलोमीटर में,जानिए कहाँ बन रहा है यह पुल
बिहार के रोहतास जिला से अब झारखंड के पलामू की दूरी मात्र 2 किलोमीटर रह जाएगी। ऐसा संभव हो पाएगा हिंदुस्तान गवर्नमेंट के पथ परिवहन विभाग के द्वारा निर्माण कराए जा रहे पंडुका पुल के कारण जिसका शिलान्यास करने के लिए सोमवार को केंद्रीय पथ परिवहन मंत्री नितिन गडकरी रोहतास आ रहे हैं। सासाराम जिला मुख्यालय से लगभग 130 किलोमीटर दूर पण्डुका गांव में सोन नदी के किनारे इस पुल का शिलान्यास किया जाएगा, जिसकी तैयारी आखिरी चरण पर है। सासाराम से बीजेपी के सांसद छेदी पासवान पिछले दो दिनों से पण्डुका में डटे हैं तथा तैयारी की समीक्षा कर रहे हैं।
बता दें कि दो लेन के इस पुल की लंबाई 2 किलोमीटर से अधिक की होगी, जिसकी वर्तमान लागत 196.12 करोड़ रुपये है। आने वाले दो वर्षों में इसके निर्माण कार्य पूरे हो जाने की आशा है। बड़ी बात है कि इस पुल के निर्माण के लिए अनेक तरह के जमीनी कार्य पूर्ण हो चुके हैं। जैसे ही केंद्रीय मंत्री इसका शिलान्यास करेंगे, कार्य प्रगति में तेजी आ जाएगी। इस पुल के बन जाने से बिहार और झारखंड की दूरी काफी कम होगी।
मिट जायेगी दूरी
पहले जहां रोहतास के लोगों को झारखंड के गढ़वा जाने में 200 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती थी, वही अब मात्र 2 किलोमीटर में दूरी सिमट जाएगी। सांसद ने बताया कि इस पुल के निर्माण होने से क्षेत्र का समग्र विकास होगा। आवागमन के साधन बढ़ने से लोगों को रोजगार भी मिलेंगे। बता दें कि इस कार्यक्रम में डिप्टी मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के अलावे कई नेताओं के आने की भी सूचना है।
क्या कहते हैं सांसद छेदी पासवान?
सासाराम के बीजेपी सांसद छेदी पासवान का बोलना है कि यह उनकी चिर प्रतिक्षित योजना थी। वो इस पुल के लिए पिछले कई वर्षों से प्रयासरत थे। पासवान ने बोला कि पीएम मोदी के नेतृत्व में काम कर रही वर्तमान गवर्नमेंट के मंत्री नितिन गडकरी ने इस पुल को हरी झंडी दे कर बिहार झारखंड के लोगों को बड़ी सौगात दी है। यह क्षेत्र काफी पिछड़ा रहा है। ऐसे में इस क्षेत्र का अब समग्र विकास होगा। उन्होंने इसके लिए पीएम मोदी तथा केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को शुभकामना दी।
196.12 करोड़ की लागत से निर्माण होगा पुल का
बता दें कि रोहतास जिला के पंडूका तथा गढ़वा के श्रीनगर गांव के बीच सोन नदी को दोनों ओर से जोड़ता हुआ यह पुल 196.12 करोड़ की लागत से बनेगा। इसका जमीनी वर्क लगभग पूरा हो चुका है। दोनों छोरों से लंबाई तथा अन्य भूतल की जांच हो चुकी है। इस पुल के बन जाने से रोहतास तथा गढ़वा की दूरी काफी कम हो जाएगी। बता दें कि यह क्षेत्र नक्सल प्रभावित रहा है। ऐसे में इस पुल के बन जाने से क्षेत्र का तेजी से विकास होगा।