युवक ने सोशल मीडिया पर बखारी बिटकॉइन से करोड़ों कमाने की शेखी, लॉरेंस बिश्नोइ गैंग का गोल्डी बराड फंसा
मिलेनियम सिटी के रहने वाले एक युवक ने सोशल मीडिया पर ऐसी शेखी बखारी की नॉर्थ इंडिया का सबसे बड़ा लॉरेंस बिश्नोई गैंग ही गच्चा खा गया।

खुद को क्रिप्टो करंसी बिटकॉइन का बड़ा निवेशक व डीलर बताकर युवक ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डाली। जिसे देखकर विदेश में बैठे लॉरेंस बिश्नोई के साथी गोल्डी बराड ने उसका अपहरण कर लूट की साजिश रच दी। करीब 1 महीने की प्लानिंग कर वारदात के लिए अलग-अलग राज्यों से 10 शूटरों को गुरुग्राम भेजा गया। जो वारदात करने से ठीक पहले 31 मई 2023 की रात को पुलिस के हत्थे चढ़ गए। जब शूटरों के टारगेट से पुलिस ने पूछताछ की तो पता चला कि उसने तो सोशल मीडिया पर हवाबाजी की थी। पुलिस के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि जांच में पता चला है कि युवक के पास कोई बड़ी राशि या क्रिप्टो करंसी नहीं थी। उसने सोशल मीडिया पर शेखी बखारी थी।
महीने भर तक चली थी प्लानिंग
कनाडा में बैठे गैंगस्टर गोल्डी बराड ने सोशल मीडिया पर गुरुग्राम के युवक की पोस्ट देखने के बाद इसका अपहरण कर लूटपाट की योजना बनाई। इसके लिए उसने शूटरों को अलग-अलग राज्यों से तैयार किया। सभी शूटर पंजाब, राजस्थान व हरियाणा के हिसार, भिवानी आदि जिलों से गुरुग्राम में इकट्ठा हुए थे। गोल्डी बराड ने ही प्लान तैयार किया था कि सभी शूटर पुलिस की वर्दी में वारदात करने पहुंचेंगे। इसके लिए पुलिस के इंस्पेक्टर समेत अन्य पद के कर्मचारी की 7 वर्दियां तैयार कर इन शूटरों तक भिजवाई गईं।
कैश मिले या बिटकॉइन, लूट जरूर करनी है
गोल्डी बराड ने शूटरों को निर्देश दिए थे कि पुलिसकर्मी बनकर सोसायटी में पहुंचना और पूछताछ के बहाने युवक को अपने साथ अपहरण कर ले जाना है। फ्लैट की भी तलाशी लेनी है और यहां से कैश या बिटकॉइन से संबंधी कुछ दस्तावेज मिले तो वो अपने साथ ले जाना है। फिर अपहरण कर टारगेट से रुपये व बिटकॉइन वसूलने हैं। बिटकॉइन ट्रांसफर करने तक की भी हिदायत इन शूटरों को दी गई थी।
31 मई की रात पकड़े गए थे शूटर
गुरुग्राम पुलिस की क्राइम ब्रांच को 31 मई की रात सूचना मिली कि स्कॉर्पियो व होंडा सिटी कार में सवार कुल 7 युवक हथियार लेकर भोंडसी के महेंद्रवाड़ा गांव के पास खेतों में मौजूद हैं। ये लोग पुलिस की वर्दी पहनकर डकैती करने वाले हैं। बुलेट प्रूफ जैकेट पहन टीमें महेंद्रवाड़ा गांव के खेतों के पास बताई गई लोकेशन पर पहुंची। टीम ने कुल 7 आरोपियों को काबू किया। इनकी पहचान भिवानी के बरदुली गांव निवासी जोगिंदर उर्फ जोग्गा, राजस्थान झुंझनू के राजपुरातन घरडाना निवासी राकेश कुमार, पंजाब मोगा के बदरकलाई निवासी हरजोत सिंह उर्फ लीला, भिवानी तोशाम के इशरवाल गांव निवासी अजय उर्फ पंजाबी, भिवानी के चनाना गांव निवासी प्रिंस उर्फ गोलू, हिसार के सीसाई गांव निवासी संदीप उर्फ दीप, पंजाब पटियाला के कलवानू गांव निवासी सिंदरपाल उर्फ बिट्टू के तौर पर हुई। इन आरोपियों से पूछताछ के बाद सदर थाना एरिया में देवीलाल स्टेडियम के पास से 3 अन्य आरोपियों धर्मेंद्र उर्फ धर्मा, दीपक उर्फ दिलावर व भरत को अरेस्ट किया गया।
अलग-अलग ग्रुप में ये शूटर गुरुग्राम आए
ये लोग भोंडसी एरिया में सिग्नेचर बिल्डर की सोसायटी में फ्लैट किराये पर लेकर रहने लगे। इस वारदात के लिए आरोपी जोगिंद्र उर्फ जोगा को टीम लीडर बनाकर पुलिस इंस्पेक्टर की भूमिका निभा वारदात के दौरान सभी को निर्देश देने की जिम्मेदारी मिली थी। इनके पास से इंस्पेक्टर व सब-इंस्पेक्टर की 7 पुलिस वर्दी, 4 पिस्टल, 28 गोलियां, स्कॉर्पियो व होंडा सिटी कार आदि बरामद किए गए थे।