सीतापुर के मिश्रिख में एक किसान अपने बेटे की शादी कर रहा है। यहां तक तो ठीक है, लेकिन आगे हम आपको जो बताएंगे उससे आप थोड़ा हैरान जरूर हो सकते हैं।
अपनी शादी को हमेशा के लिए यादगार बनाना हर किसी का सपना होता है। चाहे शादी में महंगे जेवर खरीदना हो या स्टाइलिश कपड़े। दूल्हा और दुल्हन में से कोई भी अपनी पसंद से समझौता नहीं करना चाहता। आजकल तो शादी में आसमान में दूल्हा-दुल्हन का वर माला डालना, हेलीकॉप्टर से दूल्हे का आना और एयर बैलून में शादी करने जैसी बात भी आम हो गई हैं। लेकिन क्या कभी आपने सुना है कि किसी ने शादी के कार्ड में कुछ ऐसा लिखवाया हो, जिससे वह चर्चा का विषय बन जाए। जी हां, सीतापुर के मिश्रिख में एक किसान अपने बेटे की शादी कर रहा है। यहां तक तो ठीक है, लेकिन आगे हम आपको जो बताएंगे उससे आप थोड़ा हैरान जरूर हो सकते हैं। दरअसल इस किसान ने अपने बेटे की शादी का जो कार्ड छपवाया है, उस पर एक कुछ अनोखा लिखवाकर वह चर्चा में है।‘शराब पीकर आना मना’
सीतापुर के मिश्रिख में बलियापुर गांव के रहने वाले किसान कैलाश प्रसाद के बेटे का तिलक इसी महीने 19 जून को और शादी 23 जून को होनी है। बेटे की शादी के लिए छपवाए कार्ड में किसान ने बड़े साफ शब्दों में लिखवाया है कि शराब पीकर बारात में आना सख्त मना है। समाज को नई सीख देने वाले किसान का ये कदम काफी सुर्खियां बटोर रहा है। दरअसल आज के जमाने में कुछ लोग मार्डन होने का दिखावा करने के लिए शादी या अन्य दूसरी पार्टियों में जमकर शराब पार्टी करते हैं। कभी-कभी तो ये शराब ही शादी की खुशियों को मातम में बदल देती है। इस किसान ने नए जमाने के ऐसे ही लोगों को इस कार्ड के माध्यम से आईना दिखाया है, और बताया है कि शराब सिर्फ शरीर को ही नहीं बल्कि माहौल को भी खराब करती है।
शराब की वजह से होता है बवाल
कैलाश प्रसाद ने जब शादी के ये कार्ड अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के घर पहुंचाया तो सभी इसे देख हैरान थे। क्योंकि किसान ने कार्ड पर सबसे ऊपर ही शादी में शराब पीकर बारात में न आने का अनुरोध लिखवाया है। कई लोग किसान की इस सोच का सम्मान करते हुए उसकी जमकर तारीफ कर रहे हैं। तो कुछ लोग कार्ड पर लिखी इन लाइनों से नाराज भी हैं। लेकिन कैलाश का मानना है कि कि शादी या किसी अन्य पार्टी में शराब की वजह से अक्सर बवाल होता है। जिससे लोग परेशान तो होते ही हैं, सारी खुशियों पर पानी भी फिर जाता है। कैलाश के मुताबिक शादी दो जिंदगियों का मिलन है और किसी भी काम के आगाज में कोई बुराई शामिल नहीं की जानी चाहिए। इसी विचार से मैंने शादी के कार्ड पर यह संदेश छपवाया है।
किसी ने की तारीफ, कुछ ने किया बवाल
कैलाश ने बताया कि एक बार मन में डर आया कि कहीं मेरे इस कदम का समाज में विरोध न हो। लेकिन फिर मैंने सोचा कि किसी भी अनहोनी को टालने के लिए यह कदम उठाना बेहद जरूरी है। हालांकि लोग लोग कैलाश के इस कदम को सराह रहे हैं साथ ही इसे एक मिसाल मान रहे हैं। वहीं कैलाश ने बताया कि शादी के कार्ड पर शराब पीकर न आने की बात छपी देख कुछ रिश्तेदार नाराज भी हुए और कुछ ने तो शादी में शामिल न होने तक की बात कह डाली। लेकिन अब मुझे इस सबकी कोई परवाह नहीं है। कैलाश ने शादी के कार्ड पर साफ-सफाई रखने की अपील भी की है। उनके मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता अभियान को बढ़ावा देने के लिए कार्ड में स्वच्छ भारत और एक कदम स्वच्छता की ओर का लोगो भी छपवाया है। जिससे शादी में अक्सर दोना-पत्तल से होने वाली गंदगी को रोकने में मदद मिले।
पहले भी चर्चा में आई थी एक शादी
आपको बता दें की सीतापुर की ये कोई पहली शादी नहीं है जो सुर्खियों में है। इससे पहले भी सीतापुरियों ने कुछ अलग किया है। मार्च 2015 में सीतापुर के कमलापुर में एक शादी के दौरान लोगों ने दूल्हा-दुल्हन को गिफ्ट में अरहर की दाल दी थी। क्योंकि उस समय अरहर की दाल 200 रुपये प्रतिकिलो में बिक रही थी। उस समय इस शादी के तोहफे में दाल दिया जाना चचारों तरफ चर्चा में था।