*👉🏻 जबरन वसूली के मामले में एएसआई सहित 7 आरोपी काबू, 30 लाख रुपए के करीब की नकदी बरामद* *👉🏻 इस खबर संबंधी पूरी जानकारी हासिल करने के लिए नीचे दिए गए हैडलाइन एक्सप्रेस के लिंक को क्लिक करें 👇🏻*
जालंधर, 14 अगस्त 2020-(प्रदीप भल्ला)- कमिश्नरेट पुलिस ने जबरन वसूली करने वाले गिरोह के सात सदस्यों को काबू कर उनके पास से 29.70 लाख रुपये की नकदी बरामद की है। आरोपियों में एक एएसआई भी शामिल है। जानकारी देते हुए पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया की अर्बन एस्टेट फेज 2 के रहने वाले शीशपाल सिंह ने शिकायत दी थी की परमजीत सिंह व उसके साथी कुछ समय पहले उनके दफ्तर में आए थे और एक कैंसर पीड़ित व्यक्ति की मदद की गुहार लगाई थी। जिसके बाद आरोपियों ने कैंसर पीड़ित की मदद के लिए शीशपाल सिंह से ₹45000 लिए थे। इसके बाद से आरोपी परमजीत सिंह शिकायतकर्ता शीशपाल सिंह के संपर्क में रहे और उससे अक्सर मिलना जुलना शुरू कर दिया। शीशपाल सिंह आर्थिक तौर पर मजबूत था इसलिए आरोपियों ने उससे मोटी रकम निकलवाने की योजना बनाई। आरोपियों ने शिकायतकर्ता को दो प्लाट डेढ़ करोड़ और एक करोड रुपए की लागत वाले दिलवाने के लिए डील करने के लिए मनाया। फिर उन्होंने शिकायतकर्ता को प्लाट की डीलिंग के लिए जीआरपी थाना नजदीक लक्कड़ वाला पुल के पास बुलाया। पीड़ित अपने बेटे सहित 50 लाख की नगदी वाला बैग लेकर वहां पर पहुंच गया। वहां पर आरोपियों के साथ एएसआई परमजीत लाल भी मौजूद था। शिकायतकर्ता के वहां पहुंचते ही एएसआई परमजीत लाल, परमजीत सिंह,किंगपिन रंजीत सिंह निवासी अर्बन एस्टेट-1, कुलविंदर सिंह निवासी बेगमपुर,विनोद कुमार निवासी काकी पिंड, कुलदीप सिंह निवासी क़ाज़ी मंडी, बचित्तर सिंह ने उसे धमकाना शुरू कर दिया और उससे रुपयों वाला बैग ले लिया। जिसके बाद पीड़ित ने पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर को इस घटना की शिकायत दी। पुलिस कमिश्नर ने मामले की जांच सीआईए स्टाफ 1 को सौंप दी। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी परमजीत को लुधियाना के माछीवाड़ा से गिरफ्तार कर लिया और उसकी बताई गई जगहों पर छापेमारी कर बाकी 6 आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में पता चला है कि परमजीत सिंह साल 2008 में होशियारपुर कोर्ट द्वारा साल 2005 के टांडा पुलिस द्वारा दर्ज अपहरण और जबरन वसूली के मामले में आजीवन कारावास की सजा भुगत रहा है, लेकिन 8 जनवरी 2019 को आरोपी 3 सप्ताह की पैरोल पर आया था और वापस नहीं गया। जिसके बाद आरोपी को अदालत ने भगौड़ा करार कर दिया गया था। आरोपी परमजीत सिंह अपना नाम मनप्रीत सिंह रखकर माछीवाड़ा में रह रहा था। पुलिस ने आरोपियों पर थाना नई बारादरी में मामला दर्ज कर अगली कार्रवाई शुरू कर दी है।