मालदीव के गिड़गिड़ाने पर पसीजा भारत का दिल, 5 करोड़ डॉलर की दी मदद
माले: चीन के इशारे पर लगातार भारत के खिलाफ जहर उगल रही मालदीव की मोहम्मद मुइज्जू सरकार के गिड़गिड़ाने पर आखिरकार भारत का दिल पसीज गया है। भारत ने मालदीव को 5 करोड़ डॉलर का बजट सपोर्ट दे दिया है। भारत ने यह सपोर्ट 13 मई को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की माले स्थित शाखा के जरिए 5 करोड़ डॉलर के ट्रेजरी बिल को एक और साल के रोल ओवर के रूप में दिया गया है। इससे पहले मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर ने हाल ही में हुई अपनी भारत यात्रा के दौरान इसके लिए गुहार लगाई थी। मालदीव में भारतीय दूतावास के इस ऐलान के बाद मूसा ने भारतीय विदेश मंत्री को धन्यवाद दिया है।
मालदीव के विदेश मंत्री ने कहा कि भारत का यह ऐलान भारत और मालदीव के बीच दीर्घकालीन दोस्ती को दर्शाता है। मालदीव की सरकार ने कहा कि वह आगे भी आपसी हित और समृद्धि के लिए भागीदारी करती रहेगी। मालदीव के विदेश मंत्री ने कहा कि भारत की सहायता से चलाए जा रहे प्रॉजेक्ट में काफी प्रगति हुई है। यह इस बात को दिखाता है कि उनकी सरकार इन प्रॉजेक्ट को पहली प्राथमिकता देती है। इससे पहले मूसा जमीर 8 मई से 10 मई के बीच में नई दिल्ली की यात्रा पर आए थे। उन्होंने भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की थी।
जमीर ने कहा था कि भारत ने कर्ज को चुकाने के लिए समय बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा कि कुल 20 करोड़ डॉलर का कर्ज था जिसमें से 5 करोड़ डॉलर का कर्ज लौटा दिया गया है। साल 2019 में पूर्ववर्ती सरकार के सत्ता में आने के बाद इस कर्ज को लिया गया था। मूसा ने कहा कि भारत सरकार ने कर्ज लौटाने का टाइम बढ़ाने के बदले में कोई अनुरोध नहीं किया है। बता दें कि मालदीव में मुइज्जू सरकार के आने के बाद से ही भारत के साथ तनाव बढ़ता जा रहा है। मालदीव के राष्ट्रपति सत्ता में आते भारत न आकर तुर्की और चीन गए लेकिन अभी तक नई दिल्ली नहीं आए हैं। पीएम मोदी की लक्षद्वीप यात्रा के बाद मालदीव के मंत्रियों ने बहुत अपमानजनक टिप्पणी की थी।