*👉🏻 कैप्टन की नशा विरोधी मुहिम को ठेंगा दिखा रहे हैं जालंधर का एक कांग्रेसी प्रधान व थाना प्रभारी*
*👉🏻 कांग्रेसी प्रधान,थाना प्रभारी व नशा तस्कर की सांठ-गांठ की ऑडियो हुई वायरल*
*👉🏻 हाइकोर्ट में रिट के बाद एसटीएफ को सौंपी जांच*
*👉🏻 हाइकोर्ट में रिट के बाद एसटीएफ को सौंपी जांच,पीड़ित ने एसटीएफ को सौंपी ऑडियो सीडी व अहम सबूत*
जालंधर-पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब से नशा खत्म करने की जो मुहिम शुरू की है। उसे जालंधर के एक कांग्रेसी प्रधान व थाना प्रभारी ठेंगा दिखा रहे है। गौरतलब है कि पुलिस प्रशासन की तरफ इस कांग्रेसी प्रधान को दो गनमैन भी दिए हुए है। जानकारी के अनुसार जब जीवन सिंह थाना पांच में प्रभारी था तो उस समय थाना पांच के इलाके में कुछ लोग नशा तस्करों के खिलाफ घास मंडी इलाके में पोस्टर चिपका रहे थे जिसमें लिखा था कि अगर इस इलाके में कोई नशा बेचता पकड़ा गया तो उसका मुंह काला करके शहर में घुमाया जाएगा। जिसकी सूचना मिलते ही नशा तस्करों ने पोस्टर चिपका रहे व्यक्तियों को बुरी तरह से पीट दिया। जिन व्यक्तियों ने पोस्टर चिपका रहे व्यक्तियों को पीटा था वह खुद भी नशा तस्कर ही थे और कुछ दिन पहले ही जेल से आए थे। तस्करों ने उन लोगों को पीटने के बाद उन्हीं के खिलाफ थाना थाना पांच में एफआईआर दर्ज करवा दी थी। गौर करने वाली बात यह है कि थाना प्रभारी ने नशा तस्करों से मिलकर पोस्टर चिपकाने वाले लड़कों पर ही धारा 325 के तहत मामला दर्ज कर दिया था। जानकारी के लिए बता दें कि बिना मेडिकल करवाये और बिना एक्सरे रिपोर्ट आये किसी पर भी धारा 325 नहीं लगा सकते। लेकिन इस मामले में थाना प्रभारी ने मेडिकल करवाने से पहले ही धारा 325 के तहत एफआईआर दर्ज कर दी थी।(हैडलाइन एक्सप्रेस न्यूज़पेपर को इस मामले में एफआईआर की कॉपी और मेडिकल रिपोर्ट मिली है जिससे साफ जाहिर हो रहा है कि मेडिकल से पहले ही एफआईआर दर्ज की गई है)। इस से साफ जाहिर होता है कि थाना प्रभारी की नशा तस्करों के साथ सांठ-गांठ है। इस मामले में पीड़ित व्यक्ति ने माननीय पंजाब हरियाणा हाइकोर्ट में एक रिट पटीशन दायर कर थाना प्रभारी जीवन सिंह पर नशा तस्करों के साथ मिलीभगत का आरोप लगाते हुए पूरे मामले की जांच एसटीएफ से करवाने की मांग की और साथ ही एक नशा तस्कर जिसके खिलाफ कुछ दिन पहले ही थाना प्रभारी ने थाना भार्गव कैम्प में एनडीपीएस एक्ट के तहत 10 ग्राम हेरोइन का मामला दर्ज किया था (चर्चा ये है कि पुलिस ने करीब 250 ग्राम हेरोइन उस तस्कर से पकड़ी थी)। उस नशा तस्कर की पत्नी के साथ कांग्रेसी प्रधान,थाना प्रभारी जीवन सिंह की बातचीत की ऑडियो सीडी माननीय हाइकोर्ट को सौंपी है। इस ऑडियो में वह महिला जीवन सिंह को बता रही है कि जब वह थाना दो में प्रभारी ते तो उसने उस वक़्त भी जीवन सिंह को काँग्रेसी प्रधान के जरिये 15 हज़ार रुपये दिए थे। साथ ही वह बता रही है कि उसके खिलाफ भी जो रिपोर्ट लिखी गई है उसे फाड़ दिया जाए। इस पर दूसरी तरफ से जीवन सिंह ने ये कबूल किया कि उसने वह 15 हज़ार रुपये तब लिए थे। इसके बाद जीवन सिंह रिपोर्ट को फाड़ने और खुलकर काम करने की बात कह रहा है साथ ही जीवन सिंह कह रहा है कि तुमने जो रुपये दिए थे वह आपस में बांट लिए है। इस ऑडियो में एक एएसआई विजय का भी नाम आ रहा है। ये बातचीत जो जीवन सिंह और महिला तस्कर के बीच हुई वह फोन एक कांग्रेसी प्रधान का था जिसे पुलिस ने दो गनमैन दिए हुए हैं। इस पूरे प्रकरण से बात साफ हो जाती है कि शहर में नशा तस्करी ऐसे प्रधानों नशा तस्करों और पुलिस के कुछ मुलाज़िमों की मिलीभगत से हो रही है और जीवन सिंह का नशा तस्करों के साथ चोली दामन का साथ है। जीवन सिंह चाहे किसी भी थाने में रहे नशा तस्करों की उनसे सांठ-गांठ उस से बनी रहती है। अब देखना ये है कि मुख्यमंत्री कैसे पंजाब को नशा मुक्त बनाएंगे।